ARTICLE NO 1 -NONMARKING SHOES
ARTICLE NO 2 – GOODYEAR TYER OUTER SOLE FOR SHOES
आपके बच्चे टेनिस खेलना चाहते है य फिर बास्केटबॉल जैसे खेल में अपना नाम कामना चाहते है , कोई स्कॉच जैसे खेल को बेहतर बनाना चाहते है तो आपको इस खेल के लिए यूज किये जानेवाले शूज के बारे में जानना बहोत जरुरी है साथ ही यह खास ओउटसोले , के तकनीक के साथ आते है जिसे हम नॉन मार्किंग शूज कहते है !
नॉन मार्किंग क्या होता है?
हम सब ने नॉन मार्किंग शब्द । कही न कही। सुना है?
पर!! क्या आप जानते हैं? इसका इस्तेमाल।कौन से स्पोर्ट्स,
कौनसे एथलीट्स? किस प्रकार? इस्तेमाल करते हैं।
NON MARKING RUBBER OUT SOLE
इससे पहले जानते है नॉन मार्किंग शूज़? कौन?कौन ? से स्पोर्ट्स में यूज़ होता है। नॉन मार्किंग शूज बैडमिंटन, बास्केटबॉल, स्क्वॉश,टेबल टेनिस। इत्यादि। इनडोर स्पोर्ट्स में। इस्तेमाल होते हैं।
जो की यह सभी खेल नेशनल लेवल में तथा जगज़ाहित प्रसिद्ध है जिसमे कही खेलो में अपना भारत देश आवर हमारे खिलाडीओने अपनी रिस्पेक्टफुल पहचान बनाई है !
लेकिन यह सरे खेल एक शूज के तकनीक से उड़े है जिसे नॉनमार्किंग के नाम से जाना जाता है तो चलिए जानते है क्या होता है नॉन मार्किंग शूज !!
नॉन मार्किंग का मतलब होता है की। जब भी हम कोई स्पोर्ट्स। खेल रहे होते हैं। उस ग्राउंड पर या सरफेस पर किसी भी तरह का मार्क नहीं आना चाहिए (कोर्ट पे खेलने के दौरान कोई रेखाएं ना आये )
इन नॉन मार्किंग शूज़ का इस्तेमाल वुडनकोर्ट और टाइल्स पर किया जाता है।

इन सभी शूज़ में कुछ कुछ चीज़े समांतर होती है जैसे कि।
स्क्वॉश,बैडमिंटन,टेबल टेनिस इन खेलों के लिए गम सोल शूज़ जिअसे आउटर सोल की जरूरत होती है। इन ओउटसोल की पहचान यह है कि। इसके आउटसोल का कलर।ब्राउन होता है, आउट सोल में आपको ज़िग ज़ैग पैटर्न दिखाई।देगा इसे हैरी बोन स्ट्रक्चर कहा जाता है।इसका इस्तेमाल इसलिए होता है क्योंकि, यह आपको आगे पीछे दाये बाइ मुड़ने के लिए आसानी देती है ।
आउटर सोल में और एक चीज़ जिसे पाइवट सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। इसका उपयोग 360 डिग्री टर्न के लिए किया जाता है।
टेनिस शूज़ मैं भी यही सारी चीजो का उपयोग किया जाता है। फ़र्क सिर्फ यही होता है के आउटर सोल के कलर को बदला जाता है
टेनिस में आउटर सोल कार्बन रबर का इस्तेमाल किया जाता है। जो की,काले रंग का होता है, कार्बन रबर इसी लिए इस्तेमाल करते हैं क्योंकि, टेनिस का कोर्ट बैडमिंटन की कोर्ट से आकर में बड़ा होता है
अब हम बास्केटबॉल।के शूज़ पर आते हैं। बास्केटबॉल में ूअपररि चीजे की तकनीक होती है जैसे के नॉनमार्किंग होना अदि ।इनके अलावा बास्केटबॉल के शूज़ हाई एंगल होते हैं। जिसकी वजह से बेहतरीन अंकल सपोर्ट का अनुभव प्राप्त होता है। और बास्केट बॉल के शूज़ में थोड़े मोटे हिल होते हैं जो कि जम्प और लैन्डिंग में मदद करते हैं। यह सब इतने तेजीसे होता है के खिलाडी इसमें इंजर्ड होने की ज्यादातर संभावना होती है इसलिए उप्पेर के साथ स्पेशल आउटर निऑन मार्किंग सोल यूज किया जाता है!
ARTICLE NO- 2
गुड ईयर टायर !!!
शुज की कोई पहचान है तो वो है उसकी आउट सोल की ग्रिप , जिसमे सरे ब्रांड्स अपनी अपनी रिसर्च कर के अपने जूते की दूरबिलिटी केर साथ अपने ब्रांड वैल्यू भी बढ़ने के लिए दिन रात नए नए तकनीक का यूज करके मार्किट में अपना नाम और ब्रांड की वलुएशन बढ़ा रही है…. जिसमे हर बॉन्ड के किसी ना किसी बड़े रबर मैन्युफैक्चरिंग ब्रांड के साथ टायप कर के रखा है जिसमे स्केचेर भी एक बड़े नाम के साथ अपनी जर्नी आगे बड़ा रहा है , तो चलिए जानते है कैसे है आउट सोल की कहानी।।।
स्केचेर्स को दुनिया में सब से कम्फर्टेबल ब्रांड के नाम से जाना है जिसे आप आवर हु हमेशा स्केचेर्स के आरामदायक होने की चर्चा करते है पर आज हमे जानना होगा की स्क्चर्स की स्पेशल रनिंग शूज की रबर तकनीक किस सेशल मटेरियल से बानी है , तो वो दुनिया की सबसे नामचीन और रबर कंपनी में अपने फिल्ड में एक पॉपुलर बॉन्ड है जो की गुड ईयर जो की USA का सबसे ट्रस्ट वर्थी ब्रांड है जो की १८९८ से मार्किट में है जिसका टोटल १२६ ईयर का रबर बनाने का अनुभव है , इनका इतिहास वर्ल्ड वॉर में अमेरिका के लिए टायर बनाने से लेकर सभी प्रकार के प्रोडक्शन में अपना नसीब अजयमाया जिस में स्केचेर भी अमेरिकन ब्रांड होने के वजह से इसका टायप होना स्वाभाविक है
दोनों भी अमेरिकन ब्रांड होने के वजह से इनका बहोत अछा कोर्डिनेशन होने के वजहसे इन्होने स्केचेर्स के लिए एक ऐसा ओउटसोल बनाया है जिसे स्केचेर्स ने बड़े सम्मान से अपने शूज में ब्रांडिंग के लिए जगह दी है ,,
ऐसा क्या है स्केचेर्स के गुड ईयर आउट सोल में ?
अमेरिकन ब्रांड ने अपने देश के जैसे ही अपने प्रोडक्ट का डंका सारे दुनिया में बजाय है जिसमे स्केचेर्स के लिए गुड ईयर टायर की एक टीम और स्केचेर की टीम ने कही रिसर्च के बाद एक ऐसा रबर बनाया है जो की सब से ज्यादा लचीला सॉफ्ट के साथ मजबूत हो जो की किसी भी आउट साइड रोड या अन्य जगह पे बेहतर ग्रिप दे सके , पर उसका उत्पादन में तेजी भी हो और मार्किट में सफता भी हासिल कर पाए ,
ये चैलेंज दोनों दिग्गजों ने स्वीकार के एक ऐसा रबर सोल बनवाया जिसने आउट सोल में अविष्कार निरामन किया जिसके वजह से ये शूज लोग डिस्टेंस में यूज किये जा सकते है , साथ ही इसकी लाइफ भी बहोत लम्बी होती है , शूज के ओउटसोल ख़राब होने के दर से मुक्ति ही समज लीजिये ,
यूज किये गए मटेरियल ?
भले गुड ईयर के पास रबर बनाने का अनुभव हो पर स्केचेर के लिए शूज के ग्रिप के लिए कोई स्पेशल ओउटसोल बनाना कोई चैलेंज से काम नहीं था , साथ ही नेचुरल चीजों का यूज करना था इसलिए उन्हीने सोयाबीन आयल का यूज किया जिसमे स्पेसला कामेकल को ऐड करके नया रबर बनाया है , जिसमे रबर लचीला , सॉफ्ट बन जाता है , जिसको स्केचेर्स ने रनिंग के साथ स्पेशल एडिशन में यूज किया है ,
इस रबर से आपको कोई भी सरफेस हो सबसे कॉंफिडेंट ग्रिप मिलती है साथ ही आपके शूज का वैल्यूएशन भी बढाती है